ठण्डी हवा, तेज़ हवा
काली हवा, अंग्रेज़ हवा,
तिब्बत का भूकम्प थी चीनी हवा,
कश्मीर में फिरती है असमंजस की भीनी हवा |
यहूदियों की इसरयाली सख्त हवा,
मुसलमानों का बहाती रक्त हवा,
मिस्र में प्राचीन शिल्पकारों की कृति नष्ट करती हवा,
वहीँ थोड़े पूरब के मरूस्थल में खुद शिल्पकार बनने का कष्ट करती हवा |
हिंदुकुश की पहाड़ियों में हिन्दू खुश ना रखती हवा,
मज़हब की जिद्दी आंधी में शायद, कुछ भी ना कर सकती ये हवा
वहाँ जापान में हवा समूह में फिरती है, तो बन जाती बवंडर ये हवा,
ऊपर नीचे आगे पीछे कामुक छलांगे लगा कर छोड़ जाती खण्डर ये हवा |
उत्तर-भारत के योगी बाबा के श्वास की हवा,
दक्षिण के भोगी बाबा के अन्धविश्वास की हवा,
देश वासियों की अन्ना में क्षण-भर के विश्वास की हवा,
बहती है अध्यात्मिक प्रदूषण की बकवास की हवा |
वक़्त की रफ़्तार समझ आती है, हवा की नहीं
रूकती नहीं है ये हवा,
थकती नहीं है ये हवा,
दिखती नहीं है ये हवा,
और हाँ, मनुष्य की तरह बिकती नहीं है ये हवा!
काली हवा, अंग्रेज़ हवा,
तिब्बत का भूकम्प थी चीनी हवा,
कश्मीर में फिरती है असमंजस की भीनी हवा |
यहूदियों की इसरयाली सख्त हवा,
मुसलमानों का बहाती रक्त हवा,
मिस्र में प्राचीन शिल्पकारों की कृति नष्ट करती हवा,
वहीँ थोड़े पूरब के मरूस्थल में खुद शिल्पकार बनने का कष्ट करती हवा |
हिंदुकुश की पहाड़ियों में हिन्दू खुश ना रखती हवा,
मज़हब की जिद्दी आंधी में शायद, कुछ भी ना कर सकती ये हवा
वहाँ जापान में हवा समूह में फिरती है, तो बन जाती बवंडर ये हवा,
ऊपर नीचे आगे पीछे कामुक छलांगे लगा कर छोड़ जाती खण्डर ये हवा |
उत्तर-भारत के योगी बाबा के श्वास की हवा,
दक्षिण के भोगी बाबा के अन्धविश्वास की हवा,
देश वासियों की अन्ना में क्षण-भर के विश्वास की हवा,
बहती है अध्यात्मिक प्रदूषण की बकवास की हवा |
वक़्त की रफ़्तार समझ आती है, हवा की नहीं
रूकती नहीं है ये हवा,
थकती नहीं है ये हवा,
दिखती नहीं है ये हवा,
और हाँ, मनुष्य की तरह बिकती नहीं है ये हवा!
Ayushmann-- I am a great fan of ur anchoring n now poems too... Best of its kind.. !! Awesome!!
ReplyDeletevery nice anshuman .... You write too.!!!!!
ReplyDeleteVery good ....waiting for something good like this :):):)
Hey, its unbelivable you can write, creative man, totally u changed "hava"
ReplyDeleteKudos..
ReplyDeleteBahout khoob..
dude!! its superb! you are all rounder cheers \m/
ReplyDeleteKidhar se uthaya? (jk)...nice one...
ReplyDelete*hats off*
ReplyDeleteOh...My Gawwwd!! This is sooo good! |RESPECT|
ReplyDeletewow
DeleteI feel inspired to write after seeing ur writeup :) lol
ReplyDeleteGood Job, Khoob Naam Roshan Karo Beta..Lol ;)
ReplyDeletenyc dude..keep it up...
ReplyDeleteati uttam..
ReplyDeleteक्या खूब, हवा का विश्लेषण किया है!
ReplyDeleteबेहतरीन है..
very nice poem...
ReplyDeletehii ayushman ,,,,
ReplyDeleteyou rock man
ayushma bro you rockkkkkkk yar mulk me ab chal rahi he bas aapki hawa.....nicest...
ReplyDeleteApplause!! Brilliant! I had no idea you were such a deep person. I love the lines:
ReplyDeleteउत्तर-भारत के योगी बाबा के श्वास की हवा,
दक्षिण के भोगी बाबा के अन्धविश्वास की हवा,
Could you change your background? The words are not always clearly visible. Keep writing!
PAJE baadiyaa likha hai, dil kush ho gaya, MO
ReplyDeletewow!! Intellectual... u r an excellent thinker :) :)
ReplyDeleteWow...Adorable !
ReplyDeletejust luv diz poem...
#Respect
Beautifully thought and beautifully carved! :-)
ReplyDeletehttps://wavzz.wordpress.com/(Wave thoughts)
Wow ayushman such great lines!!!ur voice, ur anchoring,ur acting nd now ur poem...am flattered. do u have any more skills?am awed..
ReplyDeleteWondering how many would get the meaning of all.
ReplyDeleteBahut khoob likhi sirkaar.
Bollywood me behti gyaan ki hawa mehsoos kar khushi hui
Angshuman is rock. Click here to check more awesome sayings
ReplyDeleteLove you mate.
ReplyDeleteGreat thinking
ReplyDeletebehetreen Janaab
ReplyDeleteBahut Hi Achha Likha Apne
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